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Saturday 5 October 2013

बेपनाह मुहब्बत ...............!!!


                                                                     



  करती हूँ तुमसे मैं
  बेपनाह मुहब्बत ...............!!
  तेरे बिना जीना
  मुझे मंजूर नहीं
  प्यार के बिना नहीं जीना मुझे ......... !!
  प्यार के बिना जीना कोई जीना है
  कह दी खुदा  से--
  खुदा को जिस दिन गवारा नहीं
  मेरा और मेरे प्यार का साथ
  तो उस दिन.……
  अलविदा मेरी जिन्दगी  .................!!
  ओ दफ़न करने वाले .................
  मुझे उसके पास पहुंचा देना
  जिसकी तस्वीर मेरी निगाहों में होगी ................!!



                                                                              Ranjana Verma                                                                                                 
              

25 comments:

  1. आपकी यह उत्कृष्ट रचना ‘ब्लॉग प्रसारण’ http://blogprasaran.blogspot.in पर कल दिनांक 6 अक्तूबर को लिंक की जा रही है .. कृपया पधारें ...
    साभार सूचनार्थ

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  2. बहुत सुन्दर

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  3. प्रेम में गहराई तक होने का अहसास कराती पंक्तियां।

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  4. बहुत सुंदर रचना |
    प्रेम ..पर बहुत खूबसूरत अभिव्यक्ति

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  5. बहुत ही बढ़िया


    सादर

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  6. बहुत खूबसूरत रचना ..

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  7. वाह ! बहुत सुंदर रचना !
    नवरात्रि की बहुत बहुत शुभकामनायें-

    RECENT POST : पाँच दोहे,

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  8. बहुत ही सुंदर एहसास.

    रामराम.

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  9. आदरणीया रजनी जी बहुत सुन्दर ..कोमल ..प्रेम और चाहत हो तो ऐसे ही
    भ्रमर ५

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  10. प्यार के बिना जीना कोई जीना है.......

    बिलकुल सच कहा है.

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  11. .बेहतरीन अंदाज़..... सुन्दर
    अभिव्यक्ति......

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  12. सुन्दर प्रस्तुति आभार नवरात्रि की शुभकामनायें-
    कभी यहाँ भी पधारें।
    सादर मदन

    http://saxenamadanmohan1969.blogspot.in/
    http://saxenamadanmohan.blogspot.in/

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  13. गहरे प्रेम की चाहत ऐसी हो होती है ... जीना मारना सभी उसी के साथ होता है ...

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  14. प्रेमरस में डूबी पंक्तियाँ |

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  15. प्रेममयी सुन्दर रचना..

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  16. प्यार से भरी प्यारी प्रस्तुति ..
    नवरात्र की शुभकामनायें

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  17. ईश्वरीय प्रेम को शब्द देती सुंदर रचना ।

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  18. वाह बहुत सुंदर रचना
    उत्कृष्ट प्रस्तुति
    सादर

    आग्रह है
    पीड़ाओं का आग्रह---

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  19. इस पोस्ट की चर्चा आज सोमवार, दिनांक : 21/10/2013 को "हिंदी ब्लॉगर्स चौपाल {चर्चामंच}" चर्चा अंक -31पर.
    आप भी पधारें, सादर ....नीरज पाल।

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  20. आदरणीया रंजना जी,
    प्रेमरस में डुबी सुन्दर रचना के लिए आपको अनेकों बधाई ।

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  21. वाह , सुंदर रचना !!

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  22. बहुत सुन्दर...

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