चलो फिर जिन्दगी के कुछ नये गीत गुनगुनाए
चलो फिर जिन्दगी के कुछ नये सपने सवारें
कुछ भूले कुछ बिखरे पलों को फिर से समेटे हम
चलो जिन्दगी के नये आशियाना बनायें हम
साथ चलते चलते बहुत दूर निकल आये हम
अपनी दुनियाँ सजाते सजाते कुछ दूर हुये हम
चलो फिर से दूरियां को नजदीकियां करे हम
चलो उस जगह फिर से नए सपने चुने हम
चलो एक बार फिर नई इबारत लिखे हम
एक दुसरे के हाथ जब थामे थे चाँदनी रात थी
आज की तरह उस रात भी चाँदनी गवाह थी
आज फिर से शपथ लें हम इस चाँदनी रात में
चले थे साथ में चलेगें साथ में सासों के सफ़र तक
बहुत कहा बहुत किया बहुत सुना ज़माने के खातिर
बस अब दिल की नयी दुनिया बसायें हम
कुछ भी कहने कहलाने की जरुरत नहीं
बस नजर भर देखो समझाने की जरुरत नहीं
चलो एक बार फिर कोई अफसाना बनायें हम
हमारा प्यार इस जमीं से आसमां तक छाया है
हमारी प्रेम की अनुभूति क्षितिज के पार फैला है
इस जहाँ में खिलता रहे स्वर्णिम प्यार हमारा
बस एक तेरा साथ रहें सदा साथ हमारा
Ranjana Verma